अमेरिका से 1 लाख भारतीयों को निकाला जा सकता है बाहर
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पूर्व ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे भारतीय प्रवासियों के करीब 1 लाख बच्चों को नागरिकता के अभाव में डिपोर्ट किए जाने का मुद्दा एक बार फिर जोर-शोर से उठा है। यह वे बच्चे हैं जो अमेरिका में पैदा नहीं हुए, बल्कि एक बच्चे के रूप में अपने प्रवासी मां-बाप के साथ अमेरिका पहुंचे थे। लेकिन अब 21 साल से ज्यादा होने पर वे एक वयस्क के रूप में अमेरिका के अवैध नागरिक हो जाएंगे और उन्हें खुद को ऐसी जगह डिपोर्ट करना होगा, जहां उनको शायद कोई नहीं जानता।
ऐसे समय में जब अमेरीका के चुनाव में अवैध प्रवासी मुख्य चुनावी मुद्दा बन चुके हैं, अमेरिका में नेशनल फाउंडेशन फॉर अमेरिकन पॉलिसी के ताजा सर्वे के मुताबिक अमेरिका में वैध रूप से आए प्रवासियों के करीब 2 लाख 50 हजार बच्चों के सामने 21 साल से ज्यादा होने के कारण डिपोर्ट होने का खतरा है, जिनमें करीब 40 फीसदी बच्चे भारतीय प्रवासियों के हैं, जो कि EB-1, EB-2 और EB-3 श्रेणी में अमरीका के ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे हैं। प्रवासियों के लिए काम करने वाली संस्था इम्प्रूव द ड्रीम के प्रतिनिधियों ने पिछले ही महीने इन बच्चों को ग्रीन कार्ड दिए जाने का मुद्दे को लेकर 100 से ज्यादा सांसदों के कार्यालयों में जाकर उनसे मुलाकात की है।