जनगणना वाले पूछेंगे आप कौन सा अनाज खाते हो और घर में कितने मोबाइल हैं?

नई दिल्ली,। भारत में होने वाली जनगणना में कुछ नए सवाल शामिल किए गए हैं जो आधुनिक जीवनशैली और विकास के मापदंडों पर केंद्रित हैं। इन नए सवालों में घर में इंटरनेट कनेक्शन, मोबाइल और स्मार्टफोन की उपलब्धता, पीने के पानी का स्रोत, गैस कनेक्शन का प्रकार, वाहनों की उपलब्धता और घर में उपयोग होने वाले अनाज का प्रकार शामिल हैं। देश भर से जनसंख्या संबंधी आंकड़े उपलब्ध कराने का यह विशाल कार्य लगभग 34 लाख गणनाकर्ताओं और पर्यवेक्षकों तथा डिजिटल उपकरणों से लैस लगभग 1.3 लाख जनगणना कर्मियों द्वारा किया जाएगा। इसपर सरकार के 13 हजार करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है। एक सरकारी बयान में कहा गया है कि जनगणना के साथ ही जातिगत गणना भी की जाएगी। आगामी जनगणना में जाति गणना भी की जाएगी, जो आजादी के बाद पहली बार होगी। पिछली व्यापक जाति-आधारित गणना अंग्रेजों ने 1881 और 1931 के बीच की थी। आजादी के बाद से किए गए सभी जनगणना कार्यों से जाति को बाहर रखा गया था।

घर में किस तरह का अनाज प्रयोग करते हैं
यह सवाल खाद्य सुरक्षा और पोषण की स्थिति को समझने के लिए शामिल किया गया है। सरकार यह जानना चाहती है कि परिवार मुख्य रूप से गेहूं, ज्वार, बाजरा, मक्का, रागी या अन्य अनाज का उपयोग करते हैं। यह डेटा मिलेट्स के उपयोग को बढ़ावा देने और खाद्य नीतियों को बेहतर बनाने में मदद करेगा।

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