नरवणे बोले- मणिपुर हिंसा में विदेशी एजेंसियों का हाथ
आईआईसी (India International Centre) ने दिल्ली में 28 जुलाई को ‘नेशनल सिक्योरिटी पर्सपेक्टिव’ कार्यक्रम किया। इसमें भारत के पूर्व आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि मणिपुर हिंसा को भड़काने में विदेशी एजेंसियों का हाथ है।
नरवणे बोले कि किसी देश की सरहद जीतना भारत का मकसद नहीं है। देश की उत्तरी सीमाओं और चीन से जुड़े विवाद को लेकर उनसे सवाल पूछा गया। इस पर उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों के साथ बनी अस्थिरता से नशीले पदार्थों की तस्करी और क्राइम बढ़ सकता है।
देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी हर नागरिक की है
कार्यक्रम में पूर्व सेना प्रमुख बोले कि देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी देश के नागरिक की है। बाहरी सुरक्षा के साथ-साथ ऊर्जा और अच्छे स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि अगर देश में रहने वाले लोग स्वस्थ नहीं हैं तो फोर्स में शामिल होने वाले लोग कहां से आएंगे? भारत के पास अभी भी इसको लेकर अच्छी रणनीति नहीं है।
नरवणे ने बताया कि हमारी विदेश नीति दो मजबूत स्तंभों पर टिकी हुई है। पहला तो हम किसी देश पर कब्जा करना नहीं चाहते, दूसरा हम अपनी इच्छाओं को किसी पर थोपते नहीं है।