कतर को एयरपोर्ट देने जा रहा कंगाल पाकिस्तान
इस्लामाबाद: कंगाली से जूझ रहा पाकिस्तान जल्द ही अपने तीन प्रमुख हवाई अड्डों के संचालन को कतर के हाथों में सौंप सकता है। पाकिस्तानी सरकार ने इसके लिए प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। पाकिस्तान का मकसद हवाई अड्डों को अमीर देशों के हाथ में सौंपकर भुगतान संकट के गंभीर असंतुलन को दूर करना है। पाकिस्तान इसके जरिए बाहरी निवेश को भी आकर्षित करना चाहता है। पाकिस्तान के रेल मंत्री ख्वाजा साद रफीक ने खुलासा किया था कि इस्लामाबाद इस मुद्दे को लेकर कतर के साथ बातचीत कर रहा है। वह कराची, लाहौर और इस्लामाबाद हवाई अड्डों को आउटसोर्स करने के लिए संयुक्त अरब अमीरात से भी संपर्क करने की तैयारी में है।
विदेशी निवेश आकर्षित करना चाहता है पाकिस्तान
पाकिस्तान का दावा है कि इस कदम से हवाई अड्डों की सर्विस में सुधार होगा और देश में लंबे समय बाद प्रत्यक्ष विदेशी निवेश भी आएगा। रफीक ने कहा कि इस्लामाबाद ने विश्व बैंक की सहायक कंपनी इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन की सेवाओं को भी लिया है, जिसने दर्जनों हाई अड्डों के लिए परामर्श प्रदान किया है।