निलंबित सदस्यों का निलंबन वापस लेने की मांग कर रहे विपक्ष का हंगामा
बारह सदस्यों का निलंबन रद्द करने की मांग पर अड़े विपक्षी सदस्यों द्वारा व्यवधान उत्पन्न किए जाने की वजह से सोमवार को राज्यसभा की बैठक ग्यारह बज कर पंद्रह मिनट पर दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
हंगामे की वजह से उच्च सदन में शून्यकाल नहीं हो पाया।
सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद उन्होंने जैसे ही शून्यकाल शुरू कराया, कांग्रेस सहित विपक्षी सदस्यों ने संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में कथित अशोभनीय आचरण के लिए शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए गए बारह सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग की।
सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बारह सदस्यों का निलंबन रद्द करने के लिए बार बार अनुरोध किया जा रहा है। उन्होंने सरकार पर अड़ियल रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा ‘‘आप सदन के संरक्षक हैं। सरकार हमें आदेश नहीं दे सकती कि हम यह करें और यह न करें।’’
उन्होंने कहा कि सरकार ने अड़ियल रवैया अपना रखा है और जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हो रही है। उन्होंने कहा कि जो कुछ हो रहा है, उस पर विरोध जताते हुए उनकी पार्टी के सदस्य सदन से वाकआउट कर रहे हैं।