UP में बीजेपी से अलग क्यों चलने लगे वरुण गांधी!
नई दिल्ली
गांधी परिवार से ताल्लुक रखने वाले और पीलीभीत से बीजेपी के लोकसभा सांसद वरुण गांधी बीजेपी की लाइन से अलग क्यों चल रहे हैं? किसानों की समस्याओं को सामने रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखी उनकी चिट्ठी से ऐसे ही सवाल उठने लगे हैं। वैसे किसानों के हितों की बात करने में कोई बुराई नहीं है। बहुत से सांसद और विधायक किसानों की समस्याओं को टॉप लीडरशिप तक ले जाते हैं। संसद या विधानसभा में बहस होती है और तमाम सवाल-जवाब होते हैं। लेकिन वरुण गांधी की बात कुछ अलग है। किसान आंदोलन को 8 महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है और यूपी में चुनाव भी है…
पहले वरुण का 5 सेकेंड का वो वीडियो ट्वीट
आपको याद होगा इसी महीने में, मुजफ्फरनगर में हजारों की संख्या में जुटे किसानों ने महापंचायत की थी। किसान आंदोलन को ज्यादा तवज्जो न देने वाली बीजेपी उस जुटान में खामी ढूंढ रही थी और बैठे-बिठाए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गलत तस्वीर शेयर करके उसे मौका दे दिया था। पर कुछ ही देर में वरुण गांधी ने 5 सेकेंड का वीडियो शेयर कर बीजेपी के लिए असहज स्थिति पैदा कर दी।
इन पांच सेकेंड में किसानों का जनसैलाब देखा गया। तिरंगा लिए सिर पर पगड़ी बांधे और नारे लगाते इन किसानों को देखकर यह अंदाजा लगाया गया कि वास्तव में किसान आंदोलन को बहुत हल्के में नहीं आंकना चाहिए। जबकि बीजेपी ऐसा कतई नहीं चाहती थी कि किसानों के समर्थन में एकजुटता दिखे। वह पहले से ही कहती रही है कि दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन करने वाले पंजाब और हरियाणा के कुछ किसान हैं। कृषि मंत्री यह भी कहते रहे हैं कि देशभर के किसान तीनों कृषि कानूनों के समर्थन में हैं और अगर ऐसा नहीं होता तो प्रदर्शन करने वाले किसान केवल दो राज्यों से ही क्यों होते। कुछ बीजेपी के नेता तो ऐंटी नेशनल भी कहने से नहीं चूके।