हिंसा में 26 दिनों से धधक रही आग, अंत में हुआ बड़ा धमाका, कई पुलिसकर्मी घायल
सतनामी समाज के भीतर 26 दिन से धधक रही आग ने सोमवार को भीषण रूप ले लिया। इस आग में बलौदाबाजार कलेक्टर और एसपी दफ्तर खाक हो गया। जैतखाम काटने के मामले में झूठी गिरफ्तारी से भडक़े समाज ने बाहर खड़ी तकरीबन 150 गाडिय़ों को भी आग के हवाले कर दिया। जब ये सब हो रहा था, तब कलेक्ट्रेट में अपना काम करवाने के लिए सैकड़ों आमजन भी थे।
हिंसा भडक़ती देखकर कोई टेबल के नीचे छिप गया। किसी ने खुद को कमरे के अंदर बंद कर लिया। सरकारी अधिकारी और कर्मचारी जान बचाने के लिए पीछे के दरवाजे से भागते हुए नजर आए। वहीं कलेक्टर और एसपी को बिल्डिंग की छत पर देखा गया। सवाल उठता है कि (Baloda Bazar violence) एक महीने से मामला सुलग रहा था, सब जानते थे कि आक्रोश भड़क सकता है तो प्रशासन क्यों सोया हुआ था।