अपने ‘गांधी’ के नेतृत्व में क्या आधुनिकता की ओर लौट सकेगा तुर्की, फैसला आज
तुर्की आज एक ऐतिहासिक चुनावी मोड़ पर है। रविवार को हो रहे राष्ट्रपति और संसद के चुनाव में यहां के करीब 6 करोड़ चालीस लाख मतदाताओं को दो प्रमुख दावेदारों में से किसी एक को चुनना है।
तुर्की आज एक ऐतिहासिक चुनावी मोड़ पर है। रविवार को हो रहे राष्ट्रपति और संसद के चुनाव में यहां के करीब 6 करोड़ चालीस लाख मतदाताओं को दो प्रमुख दावेदारों में से किसी एक को चुनना है। ये दोनों उम्मीदवार तुर्की के भविष्य के लिए नाटकीय रूप से अलग-अलग रास्ते पेश करते हैं। इस चुनाव में 20 साल से सत्ता पर काबिज रेचेप तैय्यप अर्दोआन को विपक्षी नेता कमाल कलचदारलू चुनौती दे रहे हैं, जिन्हें अपनी कार्यशैली तथा चेहरे के साम्य के कारण तुर्की का गांधी भी कहा जाता है। इस चुनाव से साफ होगा कि तुर्की के मतदाता अर्दोआन का इस्लामिक तिलिस्म तोड़ पाएंगे या नहीं।