पहली बार बड़े मिलिट्री एयरक्राफ्ट का देश में ही डिपो लेवल मेंटनेंस
नई दिल्ली : इंडियन नेवी के एंटी सबमरीन एयरक्राफ्ट P-8I का डिपो लेवल इंस्पेक्शन यानी बड़े स्तर का मेंटेनेंस भारत में ही भारत की कंपनी के जरिए पूरा हुआ। नेवी के आठ P-8I का मेंटेनेंस पूरा हो चुका है। यह आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम है। पहली बार बड़े साइज के मिलिट्री एयरक्राप्ट का डिपो लेवल का मेंटेनेंस भारत में ही हुआ है। इस लेवल में कई स्तर पर रिपेयर किया जाता है। नेवी ने बोइंग से 12 P-8I खरीदे हैं और नेवी ने बोइंग से बात कर एमआरओ फैसिलिटी (मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल) भारत में ही स्थापित करवाई। नेवी के मुताबिक भारत के अंदर ही डिपो लेवल इंस्पेक्शन की सफलता P-8I फ्लीट को सपोर्ट करने में स्वदेशी ताकत का भी टेस्ट है।
डिपो लेवल इंस्पेक्शन को प्रॉडक्शन के बाद हर आठ साल में करना होता है। नेवी के पास पिछले 10 साल से P-8I मेरीटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट हैं। पहले आठ एयरक्राफ्ट की डील हुई थी और उसके बाद चार और एयरक्राफ्ट की डील हुई। नेवी के पास इस वक्त 12 P-8I एयरक्राफ्ट हैं। नेवी ने ऐसे 6 और एयरक्राफ्ट की जरूरत बताई थी और इसके लिए बोइंग से बातचीत की प्रक्रिया भी शुरू की गई थी लेकिन जब भारत ने मेक इन इंडिया पर जोर देना शुरू किया तब कई और डिफेंस डील के साथ अतिरिक्त छह P-8I लेने की डील भी अटक गई। हालांकि बोइंग का कहना है कि अभी भी नेवी के साथ बातचीत चल रही है।