तीन पार्ट में बन सकती थी गैंग्स ऑफ वासेपुर
अनुराग कश्यप ने कहा कि गैंग्स ऑफ वासेपुर की स्क्रिप्ट लिखते वक्त वे इतना रम गए कि पता ही नहीं चला कि कहानी काफी लंबी हो गई। अनुराग ने जो स्क्रिप्ट लिखी थी, उसके हिसाब से फिल्म तीन पार्ट में बनती।
फिल्म की लेंथ साढ़े सात घंटे की हो गई थी। वो फिल्म मेकर विक्रमादित्य मोटवानी थे, जिन्होंने इसकी लेंथ कम की और फिल्म दो पार्ट में बन पाई। अनुराग ने कहा कि फिल्म में कुछ डायलॉग्स ऐसे थे, जो स्क्रिप्ट में नहीं थे।
अनुराग कश्यप को लगा फिल्म तीन पार्ट में बनेगी
अनुराग कश्यप ने साइरस भरूचा के पॉडकास्ट में कहा- मैं फिल्म की कहानी लिखते ही जा रहा था। ऐसा लगा कि फिल्म तीन पार्ट में बनेगी। हालांकि विक्रम आए और उन्होंने इसकी लेंथ पर काम किया। उनकी वजह से फिल्म तीन पार्ट की बजाय दो पार्ट में बन पाई। जो मैंने कहानी लिखी थी, उसकी लेंथ साढ़े सात घंटे तक चली गई थी।