कर्ज घटाने के लिए प्रॉपर्टी बेचना चाहते हैं अनिल अग्रवाल लेकिन सरकार नहीं तैयार,
नई दिल्ली: माइनिंग सेक्टर की दिग्गज कंपनी वेदांता ग्रुप (Vedanta Group) के चेयरमैन अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) ने कर्ज कम करने की योजना बनाई है। इसके लिए वह अपनी एक यूनिट को हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (Hindustan Zinc Ltd.) को बेचना चाहते हैं। लेकिन सरकार ने उन्हें ऐसा नहीं करने को कहा है। सरकार ने साथ ही आगाह किया है कि कि अगर ग्रुप ने ऐसा करने की कोशिश की तो वह लीगल एक्शन पर भी विचार करेगी। हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड में सरकार की करीब 30 फीसदी हिस्सेदारी है। इससे अग्रवाल की कर्ज कम करने की योजना को झटका लगा है। S&P Global Ratings ने हाल में कहा था कि अगर वेदांता ने अपने इंटरनेशनल जिंक एसेट्स को बेचकर दो अरब डॉलर नहीं जुटाए तो कंपनी पर दवाब बढ़ सकता है।