इधर पुतिन कर रहे खूब तारीफ, उधर जयशंकर चले रूस
नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन युद्ध कब खत्म होगा और होगा तो आखिर कैसे? ऐसे कई सवाल सामने हैं और इसमें भारत की अहम भूमिका हो सकती है। इस तर्क के पीछे भी कई कारण हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर सोमवार यानी आज रूस रवाना हो रहे हैं। जयशंकर का यह दौरा ऐसे वक्त हो रहा है जब रूस का यूक्रेन के साथ संघर्ष कई महीनों से जारी है। एस जयशंकर रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ बातचीत करेंगे। जयशंकर ने आखिरी बार पिछले साल जुलाई में रूस का दौरा किया था और उसके बाद बाद अप्रैल में लावरोव ने भारत का दौरा किया था। पश्चिम के कई देश खासकर अमेरिका की ओर से पिछले कई महीनों से दबाव बनाए जाने के बावजूद भारत ने रूस से कच्चे तेल का आयात कम करने की बजाय बढ़ा दिया है। एस जयशंकर के इस दौरे के अहमियत को इस बात से भी समझा जा सकता है कि कुछ दिनों के भीतर रूसी राष्ट्रपति पुतिन दो बार भारत के प्रधानमंत्री और भारतीयों की तारीफ कर चुके हैं। एस जयशंकर का यह दौरा कई मायनों में खास रहने वाला है। इस बीच, रूस के खास दोस्त चीन ने एक ऐसा बयान दिया है जो मास्को को पसंद नहीं आएगा। दरअसल, चीनी राष्ट्रपति शी जिनफिंग ने यूक्रेन युद्ध में परमाणु हथियार के इस्तेमाल की धमकी को गलत बताया है।