UN रिपोर्ट में उइगर मुस्लिमों से चीन की क्रूरता उजागर
चीन अपने डिटेंशन कैंपों में उइगर मुसलमानों के साथ अत्याचार कर रहा है। उन्हें इलेक्ट्रिक चेयर से बांधता है, ड्रग देता है, भूखे रखता है। इन कैंपों में ऑफिसर्स महिलाओं का बलात्कार करते हैं। उन पर लगातार नजर रखते हैं। उन्हें बिना किसी कारण इन कैंपों में बंद कर देते हैं। पहली बार उइगर मुस्लिमों पर जारी संयुक्त राष्ट्र यानी UN की रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है। 48 पन्नों की ये रिपोर्ट चीन पर मानवाधिकारों के हनन के गंभीर आरोप लगाती है।
सबसे पहले पढ़ते हैं, 9 महीने डिटेंशन कैंप में रह चुकी तुर्सुने जियावुडुन की आपबीती
‘आधी रात के बाद वे हमारे सेल में आते। किसी लड़की को पसंद करते और ब्लैक रूम में ले जाते। इस रूम में कोई कैमरा नहीं होता था।’ चीन से भागकर अमेरिका में रह रहीं तुर्सुने जियावुडुन एक इंटरव्यू में यह आपबीती बताती हैं। वे आगे कहती हैं कि हर रात लड़कियों को उनके सेल से निकाल कर ले जाया जाता।
एक या ज्यादा मास्क पहने हुए चीनी सैनिक उनका बलात्कार करते। तीन अलग-अलग मौकों पर तीन-चार लोगों ने जियावुडुन के साथ गैंग-रेप किया।