राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया, अब तो विरोध बंद कर दें
श्रीलंका के प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति पद को खत्म करके व्यवस्था में पूर्ण बदलाव लाने तक अपना संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया है। प्रदर्शनकारियों ने एक स्वर में कहा कि हम सरकार से डरते नहीं हैं। श्रीलंका में जनआंदोलन का रविवार को 100वां दिन है, जिसके कारण गोटबाया राजपक्षे को राष्ट्रपति पद से हटना पड़ा। सरकार विरोधी प्रदर्शन नौ अप्रैल को राष्ट्रपति कार्यालय के पास शुरू हुआ था और बिना किसी रुकावट के जारी है। इससे पहले सरकार ने प्रदर्शनकारियों से अनुरोध किया था कि गोटबाया राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया है। प्रदर्शनकारियों की मांग पूरी हो चुकी है, ऐसे में उन्हें घरों को लौट जाना चाहिए।
पूर्ण परिवर्तन तक जारी रखेंगे लड़ाई
इसका जवाब देते हुए श्रीलंकाई आंदोलन के एक प्रमुख कार्यकर्ता, फादर जीवंत पीरिस ने कहा कि हम अपनी लड़ाई तब तक जारी रखेंगे जब तक कि हम व्यवस्था के पूर्ण परिवर्तन के अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर लेते। पीरिस ने कहा कि यह एक स्वतंत्रता संग्राम है। हम जनशक्ति के माध्यम से एक सत्तारूढ़ राष्ट्रपति को घर भेजने में कामयाब रहे।