इस हफ्ते फिर EMI वाला झटका देने की तैयारी में है RBI
मुद्रास्फीति में कमी के कोई संकेत नहीं दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक बुधवार को अपनी आगामी नीतिगत दरोंI में एक और बढ़ोतरी कर सकता है। जब आप ये खबर पढ़ रहे होंगे, उस वक्त भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा की तीन दिवसीय बैठक चल रही होगी। गवर्नर शक्तिकांत दास पहले ही इसके संकेत दे चुके हैं। पिछले ही महीने रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी की थी और अब इस महीने फिर से 0.25-0.50 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसे में आपको ये समझना जरूरी है कि ऐसा होता है तो आप पर ईएमआई का बोझ कितना बढ़ेगा।
अगर रिजर्व बैंक की तरफ से इस बार रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट यानी 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की जाती है, तो ये पिछली बार से भी अधिक होगी। रेपो रेट बढ़ने का सीधा सा मतलब है कि रिजर्व बैंक की तरफ से बैंकों को लोन महंगी दर पर मिलेगा। ऐसे में बैंक इस बढ़ोतरी को ग्राहकों तक ट्रांसफर करेंगे और उनके लिए भी कर्ज लेने की दरें महंगी हो जाएंगी। वहीं अगर आपको होम लोन चल रहा है तो उसकी ईएमआई में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। हालांकि, इससे उन लोगों को फायदा होगा जो बैंक एफडी कराते हैं, क्योंकि इससे एफडी की दरें भी बढ़ जाएंगी।