पीएफ पर ब्याज 40 सालों में सबसे कम लेकिन अभी भी बेस्ट है वीपीएफ
मोदी सरकार ने 2021-22 के लिए ईपीएफ पर ब्याज दर 8.1 फीसदी रखने को मंजूरी दे दी है। यह दर पिछले करीब 40 सालों में सबसे कम है। हालांकि, अगर बाकी टैक्स फ्री निवेशों जैसे पीपीएफ , एनएससी , आरबीआई सेविंग्स बॉन्ड आदि से तुलना करें यह अभी भी सबसे बेहतर है। तमाम बैंक तो एफडी पर महज 6 फीसदी तक ही रिटर्न दे रहे हैं। वहीं अगर आप सीनियर सिटीजन हैं तो भी 6.5 फीसदी तक का ही रिटर्न मिल रहा है।
वैसे तो तमाम कर्मचारी ईपीएफ में 12 फीसदी का योगदान देते हैं और इतना ही नियोक्ता की तरफ से भी दिया जाता है। लेकिन अगर आप चाहे तो इस सीमा से अधिक भी योगदान कर सकते हैं। ऐसा मुमकिन होगा वीपीएफ (यानी वॉल्यूंटरी प्रोविडेंट फंड के जरिए। वीपीएफ पर भी आपको वही रिटर्न मिलेगा, जो ईपीएफ पर मिलता है। ईपीएफ और वीपीएफ के तहत कुल 2.5 लाख रुपये तक के योगदान पर आपको टैक्स छूट मिलती है।