हमारे कुछ सीनियर नेता डिप्रेशन में चले गए हैं
उदयपुर : कांग्रेस के चिंतन शिविर ( Congress Chintan Shivir ) के आखिरी दिन राहुल गांधी ने संबोधित किया। उन्होंने अपने भाषण में हमला तो बीजेपी पर किया, लेकिन सीधे तौर पर कांग्रेस नेताओं को नसीहत देते नजर आए। राहुल ने कहा कि जब भी कांग्रेस के नेता हमारे पास आते हैं तो यही बात करते हैं कि हमें क्या मिलेगा। जबकि होना यह चाहिए कि हम जनता को क्या देंगे। यही कारण है कि हमारे कुछ सीनियर नेता डिप्रेशन में चले गए हैं। इसलिए यह निर्णय लिया है कि अक्टूबर में पूरी कांग्रेस पार्टी देश की जनता के बीच जाएगी। यात्रा करेगी और जो जनता के साथ कांग्रेस का रिश्ता था और जो है, उसे एक बार फिर से मजबूत करेगी।
हालांकि अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने किसी नेता का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा किस ओर था, इसे बखूबी समझा जा सकता है। दरअसल, राहुल गांधी का इशारा कांग्रेस के असंतुष्ट G-23 नेताओं की ओर था। जी-23 में शामिल कांग्रेस के तमाम नेता कई मौकों पर पार्टी नेतृत्व खासकर गांधी परिवार को चुनौती देते हुए नजर आए थे। भाषण के दौरान राहुल गांधी का दर्द ही तो छलका है। वे लगातार G-23 के निशाने पर रहे हैं। यही नहीं, उनके कुछ भरोसेमंद साथियों ने अलग राह भी पकड़ ली। उनमें सिंधिया, जितिन, आरपीएन जैसे नेता शामिल हैं, जो कभी राहुल के खास रहे लेकिन अभी ‘दुश्मन’ बन गए हैं। यही कारण है कि राहुल गांधी ने सीधे तौर पर तो कुछ नहीं कहा लेकिन ताना मारकर बता दिया कि कुछ नेता इस वक्त बीमार हैं।