इमरान बोले- 20 करोड़ में ईमान का सौदा कर रहे सांसद
पाकिस्तान में इमरान खान सरकार के खिलाफ शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पेश नहीं किया जा सका। संसद का विशेष सत्र शुरू तो हुआ, लेकिन 10 मिनट बाद ही एक सांसद की मौत पर शोक जताकर खत्म कर दिया गया। इससे इमरान खान को 28 मार्च तक तो राहत मिल ही गई। क्योंकि, संसद की कार्यवाही अब 28 मार्च को शुरू होगी। इसके मायने ये हुए कि इमरान को सरकार बचाने की कोशिश करने का वक्त और मिल जाएगा।
अब बात कर लेते हैं कि मोटे तौर पर इस मामले में आगे क्या हो सकता। पाकिस्तान के संविधान के मुताबिक, अविश्वास प्रस्ताव पेश किए जाने के 3 दिन बाद और 7 दिन के अंदर वोटिंग होनी चाहिए। लेकिन, यहां माजरा ये है कि स्पीकर असद कैसर और सुप्रीम कोर्ट पूरी तरह इमरान के साथ नजर आ रहे हैं। ये दोनों ही कानूनी दांव पेंच आजमाकर वोटिंग टालने की साजिश कर रहे हैं। हालांकि विपक्ष भी कमर कसकर तैयार बैठा है।
अब बात इमरान के ज्ञान की
इमरान ने शुक्रवार को मनशेरा में एक रैली को संबोधित किया। हमेशा की तरह विपक्ष को चोर, डाकू और लुटेरा करार दिया। साथ ही कहा- मैंने आज तक सरकार बचाने और सत्ता हथियाने के लिए इस्लाम को बदनाम नहीं किया। कभी अल्लाह का नाम इस्तेमाल नहीं किया। आज हमारे सांसद 20-25 करोड़ रुपए में ईमान का सौदा कर रहे हैं।
एक सांसद घर लौटे
शुक्रवार को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के सांसद मलिक अहमद हुसैन देहर इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने के अपने फैसले से पलट गए। आज संसद की बैठक के बाद मीडिया से मलिक ने कहा- मैं सरकार के साथ हूं। प्रधानमंत्री के साथ मेरे जो भी मतभेद हैं, उसका समाधान मिलते ही मैं उनका सपोर्ट करूंगा। मलिक उन 13 सांसदों में से एक हैं, जिन्हें PTI ने विपक्ष का साथ देने की वजह से कारण नोटिस जारी किया दया था।