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30 घंटे में ही राजधानी कीव पहुंचे रूसी सैनिक, सत्ता बदलना लगभग तय

जंग के दूसरे दिन ही रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंच चुकी है। NATO चीफ से लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति तक मिलिट्री एक्शन से पीछे हट गए हैं। उन्होंने कहा है कि यूक्रेन को अपनी लड़ाई खुद लड़नी होगी। बेबस यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा है, ‘मैं रूस का नंबर एक टारगेट हूं, मेरा परिवार दूसरे नंबर का टारगेट है।’

जंग के इस मोड़ पर तीन अहम सवाल उठ रहे हैं- 1. अगले 24 घंटे में क्या सिनेरियो होंगे? 2 .यूक्रेन के राष्ट्रपति के पास अब क्या रास्ते बचे हैं? 3. क्या जंग अपने अंजाम के करीब है? आइए, तीनों सवालों को जवाब और उसके पीछे की वजहों को समझते हैं…

1. अगले 24 घंटे में क्या सिनेरियो बन रहे हैं?
राष्ट्रपति जेलेंस्की की गिरफ्तारीः
 यूक्रेन के गृह मंत्री एंटोन गेराशचेंको ने एक बयान जारी कर बताया कि शुक्रवार, 25 फरवरी को रूस की योजना यूक्रेन की राजधानी कीव को घेरने की है। यहां सुबह से ही धमाके सुनाई दे रहे हैं। ये धमाके क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों से किए गए हैं। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया कि कुछ रूसी सैनिक राजधानी कीव तक पहुंच चुके हैं। ये साफ इशारा है कि अगले कुछ घंटों में रूसी सेना के कमांडो दस्ते प्रेसिडेंट ऑफिस पर कब्जा करके राष्ट्रपति जेलेंस्की को पकड़ सकते हैं।

यूक्रेन में कब्जा नहीं, सत्ता परिवर्तनः रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मिलिट्री ऑपरेशन का आदेश देते हुए कहा था कि हम अपने पड़ोसी यूक्रेन पर कब्जा नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा- लोगों की रक्षा के लिए हमारा उद्देश्य यूक्रेन से सैन्य तैनाती खत्म करना और उसका विनाजीकरण करना है। पुतिन यूक्रेन की मौजूदा सरकार को नाजियों की कठपुतली बताते हैं। पुतिन का यह बयान साफ इशारा है कि यूक्रेन पर रूस पूरी तरह कब्जा नहीं करेगा, बल्कि यूक्रेनी सेना को खत्म करके सत्ता परिवर्तन करेगा। यानी यूक्रेन पर रूस की सेना रहेगी और सत्ता पर उनकी कठपुतली सरकार।

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