दिल के मरीजों पर Covid करता है जोरों का वार

कोविड की चपेट में आने के बाद स्वस्थ व्यक्ति भी स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का सामना कर रहा है। जोड़ों में दर्द, थकावट, कमजोरी और फेफड़ों पर असर ऐसी समस्याएं हैं, जो लोग अब भी झेल रहे हैं। कोविड के दौरान या इससे रिकवर होने के बाद भी लोगों का दिल बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। वहीं जो लोग पहले से ही दिल के मरीज हैं, उनके लिए यह सब काफी रिस्की है।

खासतौर से यदि आपकी उम्र 65 वर्ष से ज्यादा है और आपको हृदय रोग है, तो इसका मतलब है कि आप सबसे ज्यादा जोखिम वाले व्यक्ति है। अधिक जोखिम में होने से आपको कोविड-19 होने की संभावना बेशक ज्यादा ना हो, लेकिन गंभीर लक्षण विकसित होने या जटिलताएं होने की संभावना बढ़ जाती है।

जब आपका शरीर किसी संक्रमण से लड़ रहा होता है, तो आपकी प्रतिरक्षा प्रणली से लेकर आपकी हृदय प्रणाली तक हर चीज को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। यह स्थिति उन लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक है, जो पहले से ही हार्ट फेलियर और हार्ट डिजीज के कारण संघर्ष कर रहे हैं। इसलिए दिल के मरीजों को अपना ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है।

सर्दी के दिनों में दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है। इन दिनों में नलियां सिकुड़ जाती हैं, खासतौर से बुजुर्गों में। ऐसे में इन लोगों को कोल्ड एक्सपोजर को अवॉइड करना चाहिए। साथ ही दवाओं का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए।

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