भारत में दूसरी लहर के दौरान मिले डेल्टा से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है
दक्षिण अफ्रीका में मिले मल्टीपल म्यूटेशन वाले कोरोना वैरिएंट को लेकर दुनियाभर के देश डर गए हैं। दक्षिण अफ्रीका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफेक्शियस डिजीज ने बताया- देश में इस वैरिएंट के अब तक 22 केस मिले हैं। वैज्ञानिकों ने इसे B.1.1.529 नाम दिया है। इसे वैरिएंट ऑफ सीरियस कंसर्न बताया है।
उधर, WHO में कोरोना मामले की टेक्निकल चीफ डॉ. मारिया वान केरखोव ने कहा- हमें इस वैरिएंट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिली है। मल्टीपल म्यूटेशन की वजह से वायरस के बिहेवियर में बदलाव हो रहा है और यह चिंता की बात है।
अकेले दक्षिण अफ्रीका में पिछले एक हफ्ते में इस वैरिएंट की वजह से कोरोना के 210% नए मरीज बढ़ गए हैं। कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका समेत जिन देशों में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, वहां से आने वाली फ्लाइट्स और यात्रियों को लेकर सख्ती बढ़ा दी है।
भारत ने भी दक्षिण अफ्रीका, इजराइल, हॉन्गकॉन्ग और बोत्सवाना से आने वाले यात्रियों को लेकर निर्देश जारी किए गए हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि मल्टीपल म्यूटेशन वाला कोविड स्ट्रेन भारत में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मिले डेल्टा वैरिएंट से भी कहीं ज्यादा खतरनाक हो सकता है।