ताजिक आतंकियों को दिए अमेरिकी हथियार, युद्ध का खतरा!
काबुल
तालिबान और उसके पड़ोसी देश ताजिकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। तालिबानी आतंकियों ने पिछले दो सप्ताह में ताजिकिस्तान के आतंकियों को हथियार और नए सैन्य वाहन मुहैया कराए हैं। यही नहीं आत्मघाती बम हमलावरों को भी तालिबान ने ताजिकिस्तान की सीमा पर तैनात किया है। तालिबान के इस खतरे को देखते हुए ताजिकिस्तान ने भी अपनी तैयारी पुख्ता कर ली है और उसने सीमा पर बड़े पैमाने पर सैनिक तैनात किए हैं। इसके विपरीत चीन के खिलाफ संघर्ष कर रहे उइगर मुस्लिम विद्रोहियों को उनके इलाके से भगा दिया गया है।
अफगानिस्तान पर नजर रखने वाली चर्चित वेबसाइट गंधारा ने ताजिकिस्तान और अफगान सूत्रों के हवाले से बताया कि ताजिक आतंकियों को तालिबान ने नए हथियार, वाहन और अन्य उपकरण दिए हैं। यही नहीं तालिबान ने चीन की शह पर ड्रैगन की सीमा से सटे छोटे से अफगान इलाके में मौजूद उइगर विद्रोहियों को हटा दिया है। वहीं ताजिक आतंकियों को अफगानिस्तान के उत्तरी प्रांत बदख्शान में अमेरिका निर्मित घातक हथियारों और सैन्य गाड़ियों में देखा गया है। इनमें हम्वी भी शामिल हैं।
ताजिकिस्तान के कम से कम 200 आतंकी सीमा पर मौजूद
अफगान सेना के एक पूर्व अधिकारी ने बदख्शान से इसकी पुष्टि की है। ये ताजिक आतंकी पहले एके-47 और पिकअप ट्रक में दिखाई देते थे लेकिन अब उनके पास नए हथियार आ गए हैं। माना जा रहा है कि इन नए हथियारों को तालिबान ने पूर्व अफगान सेना से छीना था। ताजिक और अफगान सूत्रों ने बताया कि ताजिकिस्तान के कम से कम 200 आतंकी इस समय दोनों देशों की सीमा पर मौजूद हैं। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद अब इस बात का खतरा मंडराने लगा है कि ताजिकिस्तान में सुरक्षा संकट पैदा हो सकता है।