दांतों में पायरिया लगने के क्या कारण होते हैं?
पायरिया या पीरियोडोंटाइटिस मसूड़ों का गंभीर संक्रमण है, जो लोगों के बीच काफी सामान्य है। दुनिया में 90 प्रतिशत लोग पायरिया से जूझ रहे हैं, लेकिन समस्या ये है कि लोगों को इसके इलाज की बहुत ज्यादा जानकारी नहीं है। पीरियोडॉन्टिस्ट डॉ. पर्ल भारद्वाज के अनुसार, हमारे दांतों में बैक्टीरिया की कई प्रजातियां होती हैं। जब ये बैक्टीरिया धीरे-धीरे हमारे दांतों के आसपास जमना शुरू हो जाते हैं, तो जो खाना हम खाते हैं, उससे इन्हें न्यूट्रिशन मिलता है और ये हमारे दांतों के आसपास जमकर मसूड़े और जबड़े की हड्डी को नुकसान पहुंचाते हैं। धीरे-धीरे हड्डी गलना शुरू हो जाती है, तो इस बीमारी को पायरिया कहते हैं।
समय रहते इस बीमारी पर ध्यान नहीं दिया गया , तो यह बढ़कर इतना फैल जाती है कि दांत हिलना शुरू हो जाते हैं। एक बार दांत निकल गए तो , इन्हें रिप्लेस कराना न केवल टाइम कंज्यूमिंग है, बल्कि बहुत मुश्किल भी है। डॉक्टर्स के अनुसार हड्डी और दातों के डैमेज को रोकने के लिए मौखिक स्वच्छता बनाए रखना जरूरी है।