आसमान में भारतीय शक्ति का नया प्रतीक: अब ब्रह्मोस से लैस होगा स्वदेशी राफेल
नई दिल्ली। देश-दुनिया के बदलते हालात को देखते हुए आर्म्ड फोर्सेज को और सशक्त बनाने की कोशिशें जारी हैं। मिसाइल, ड्रोन, फाइटर जेट के साथ ही स्वदेशी तकनीक से एयर डिफेंस सिस्टम डेवलप किया जा रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने भारत की सैन्य ताकत देखी। ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल से लेकर आकाश मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने अपनी ताकत दिखाई। भारत डिफेंस सेक्टर में नए सिरे से मील का पत्थर रखने की दहलीज पर खड़ा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड यानी एचएएल तमाम तरह की लेट लतीफी के बाद सितंबर में दो तेजस मार्क-1ए फाइटर जेट की डिलीवरी कर सकता है। यह देसी ‘राफेल’ ब्रह्मोस मिसाइल से लैस होगा। बता दें सरकार ने एचएएल को तेजस फाइटर जेट के लिए कुल मिलाकर 1.15 लाख करोड़ रुपए का ठेका दिया है। देश में स्वदेशी रक्षा उत्पादन को नई गति मिलने जा रही है। रक्षा सचिव आरके सिंह ने कहा कि एयरोस्पेस कंपनी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) अगले महीने भारतीय