SBI का बड़ा बयान: डिजिटल भुगतान के लिए भारत को चाहिए देसी UPI प्लेटफॉर्म
व्यापार : डेटा का सही लाभ उठाने के लिए भारत को विदेशी भुगतान प्लेटफार्मों पर निर्भर रहने के बजाय देसी काउंटर इंट्यूटिव यूपीआई एप की जरूरत है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की एक रिपोर्ट में यह सलाह दी गई है।
यूपीआई पर टीपीएपी का प्रभुत्व
रिपोर्ट में बताया गया है कि देश के यूपीआई पारिस्थितिकी तंत्र पर वर्तमान में कुछ तीसरे पक्ष एप प्रोवाइडर (टीपीएपी) का प्रभुत्व है। इसमें फोनपे, गूगल पे और पेटीएम लेनदेन की मात्रा और मूल्य दोनों में अग्रणी है। इसमें कहा गया है कि जैसे-जैसे हम डेटा का लाभ उठाने की ओर बढ़ रहे हैं, घेरलू प्रमुख यूपीआई एप की जरूरत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
किस एप ने कितना लेनदेन किया दर्ज?
जूलाई 2025 के आंकड़ों के अनुसार, फोनपे यूपीआई क्षेत्र में स्पष्ट रूप से अग्रणी बनकर उभरा है।