अंधविश्वास बनाम सिस्टम: वेब सीरीज ने उठाए जरूरी सवाल, वैभव की अदाकारी ने छोड़ी छाप

मुंबई : नेटफ्लिक्स पर आई नई सीरीज ‘मंडला मर्डर्स’ एक मर्डर मिस्ट्री है, लेकिन ये वैसी नहीं है जैसी आमतौर पर देखी जाती हैं। इसमें सिर्फ अपराध नहीं है, बल्कि इसके साथ पुरानी कहानियों से जुड़ी बातें, अंधविश्वास, पॉलिटिक्स और सिस्टम की सच्चाइयों को भी मिलाने की कोशिश की गई है। इस वजह से कहानी थोड़ी अलग बनती है, हालांकि, कुछ जगहों पर चीजें जरूरत से ज्यादा हो जाती हैं जिससे असर थोड़ा कम हो जाता है।

वाणी कपूर की परफॉर्मेंस

जहां तक एक्टिंग की बात है, वाणी कपूर ने पहली बार ओटीटी पर काम किया है। सीरीज की शुरुआत में उनका अंदाज अच्छा लगता है, शांत, समझदार और प्रोफेशनल। एक्शन वाले सीन में भी उनका काम ठीक है। सीरीज में ऐसे सीन आते हैं जहां उनके किरदार को दुख, गुस्सा, डर या कोई गहरी भावना दिखानी होती है। ऑडियंस को भी वो भाव महसूस होना चाहिए, वहां वाणी कपूर की एक्टिंग उतना असरदार नहीं लगती। उनके चेहरे के हावभाव या उनकी आवाज में वो भाव नहीं आता जो उस पल की जरूरत होता है। जैसे अगर उनका किरदार किसी दर्दनाक घटना को याद कर रहा है या किसी अपने को खोने का दुख जता रहा है, तो उनका एक्सप्रेशन थोड़ा फीका या बनावटी लगता है।

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