सेना ने कहा- आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन उत्तरी कश्मीर में फिर से अपना बेस बनाने की कोशिश में है
सेना ने बताया है कि आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन उत्तरी कश्मीर में फिर से अपना बेस बनाने की कोशिश कर रहा है। आर्मी ने शनिवार को बताया कि बारामूला के येदिपोरा में एक दिन पहले एनकाउंटर में मारे गए 3 आतंकी हिजबुल मुजाहिदीन के थे।
डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (उत्तरी कश्मीर रेंज) मोहम्मद सुलेमान चौधरी और राष्ट्रीय रायफल के कमांडर 10 सेक्टर के ब्रिगेडियर एनके मिश्रा ने शनिवार को ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि उत्तरी कश्मीर में लंबे समय बाद हिजबुल के आतंकी मारे गए हैं। पिछले कुछ सालों में यहां लश्कर-ए-तैय्यबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ही सक्रिय थे।
‘आतंकी मंसूबों को फेल करने के लिए सेना सतर्क’
आर्मी अफसरों का कहना है कि वैसे उत्तरी कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन की गतिविधियां काफी कम हैं। ऐसे में आशंका है कि हिजबुल यहां फिर से सक्रिय होने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, सुरक्षाबल अलर्ट हैं। उत्तरी कश्मीर में आंतकवाद को बढ़ने नहीं देंगे। साथ ही कहा कि कोई मेनस्ट्रीम में आना चाहे है, तो उसका स्वागत है।
बारामूला में मारे गए आतंकियों ने 12 लोगों को बंदी बनाया था
पुलिस ने बताया कि बारामूला के येदिपोरा में शुक्रवार को एनकाउंटर में जो 3 आतंकी मारे गए, उनमें से 2 स्थानीय थे। तीसरे की पहचान नहीं हो पाई है। तीनों एक घर में छिपे हुए थे। उन्होंने 12 लोगों को बंदी बना रखा था।