घायल श्रमिक ने बताया कैसे हुआ एक्सीडेंट, जिनसे कुछ देर पहले हंसी-मजाक किया
रायपुर के हसौद इलाके में ट्रक की टक्कर से बस सवार 8 मजदूरों की मौत हो गई। यह सभी लोग ओडिशा से गुजरात जा रहे थे। हादसे में घायल यात्री टुकुना जेना ने घटनाक्रम के बारे में बताया। टुकुना यहां अंबेडकर अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हम सभी लोग सो रहे थे, बस काफी तेज चल रही थी। हादसे से कुछ देर पहले ही आंख खुली थी तब सब कुछ सामान्य ही था, तभी अचानक जोरदार आवाज आई, तेज झटके की वजह से कोई सीटों में फंस गया, बस का एक हिस्सा अलग हो गया था, कुछ साथी बाहर गिर पड़े। मैंने खुद को मुश्किल से बाहर निकाला और सड़क किनारे पेड़ के नीचे लेट गया। मेरी आंखों के सामने 4 साथियों की लाशें निकाली गईं।
टुकुना बताते हैं कि हादसा के बाद किसी को संभलने का कोई मौका नहीं मिला। रात में हंसी-मजाक करते हुए सफर शुरू किया था, उनकी लाशें मेरे सामने निकाली गईं।
टुकुना ने बताया कि बस में सभी साथी श्रमिक गंजाम के ही निवासी थे। सभी गुजरात के सूरत शहर जा रहे थे। इनमें से कोई कपड़ा उद्योग में मशीनें चलाता है तो कोई मजदूरी का काम करता है। टुकुना ने बताया कि गांव में या ओडिशा के शहरों में हमें काम नहीं मिलता, इस लिए हर साल सूरत जाते हैं। लॉकडाउन की वजह से गांव में ही रह रहे थे। अब जब अनलॉक हुआ तो काम के लिए सूरत लौट रहे थे। हर महीने 30 से 40 हजार रुपए की कमाई होती है। अब इस हादसे की वजह से पैर ने काम करना बंद कर दिया है, पता नहीं मैं काम कर पाउंगा या नहीं परिवार में दो बच्चे और पत्नी हैं, वो कैसे जीएंगे समझ नहीं आ रहा।