वंदे भारत गाड़ियों और अमृत स्टेशनों से बन रहा है देश में रेलवे का नया स्वरूप – रेल मंत्री
अहमदाबाद| केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्य प्रदेश के जौरा अलापुर और कैलारस स्टेशन के मध्य आमान परिवर्तन के उपरांत नवनिर्मित रेलखंड का लोकार्पण एवं आमान परिवर्तित रेल खंड पर तीन नई गाड़ियों की विस्तारित सेवा का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। इस उद्घाटन समारोह का आयोजन मध्य प्रदेश के जौरा अलापुर रेलवे स्टेशन पर किया गया। इस समारोह में केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर तथा मुरैना के सांसद शिवमंगल सिंह तोमर मौजूद थे।
समारोह स्थल पर उपस्थित जन समुदाय को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे गरीबों की सवारी है और मिडिल क्लास की सवारी है। आम जन को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए 12,500 जनरल एवं स्लीपर कोच के निर्माण का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस, नमो भारत रैपिड रेल और वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के माध्यम से भारतीय रेल को नया स्वरूप देने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2004 से 14 वाली अवधि में मध्य प्रदेश में रेल के विकास के लिए औसतन 632 करोड रुपए का प्रावधान किया जाता था लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस साल के बजट में 14,700 करोड रुपए का प्रावधान मध्य प्रदेश में रेल के विकास के लिए किया गया है।
केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेल को आम आदमी के लिए सुविधायक्त और आरामदायक बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में रेल प्रशासन निरंतर प्रयासरत है। उत्तर मध्य रेलवे भी इस दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर चंबल क्षेत्र रेलवे की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है। यह देश के चारों महानगरों सहित देश के सभी हिस्सों में ट्रेन सेवाओं के माध्यम से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। हम इस जुड़ाव को और पुख्ता कार्य करने के लिए प्रयासरत हैं। हमारे इन प्रयासों को केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया, विधान सभा अध्यक्ष मध्य प्रदेश नरेन्द्र सिंह तोमर, सांसद शिवमंगल सिंह तोमर का सहयोग सदैव से ही मिलता रहता है। उन्होने कहा कि भारत के रेल मानचित्र में मध्य प्रदेश राज्य की केंद्रीय भूमिका है। राज्य ने अपने रेल बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण प्रगति देखी है, जो इस क्षेत्र में बढ़ते निवेश की राष्ट्रीय प्रवृत्ति को दर्शाता है। मध्य प्रदेश राज्य में पिछले 10 वर्षों में 222 किलोमीटर की नई रेल लाइन परियोजनाएं, 1200 किलोमीटर की मल्टी-ट्रैकिंग परियोजनाएं और 707 किलोमीटर की गेज परिवर्तन परियोजनाएं पूर्ण हुई हैं। मध्य प्रदेश में कनेक्टिविटी में सुधार करने के साथ ही आपदा प्रबंधन और परियोजना निगरानी के लिए ड्रोन और जीपीएस ट्रैकर्स का इस्तेमाल कर सुरक्षा भी बढ़ाई गई है। यह काम भारत में पहली बार किया गया है। यात्री सेवाएं देने के साथ ही ग्वालियर और खजुराहो स्टेशन का पुनर्विकास भी किया जा रहा है।