कभी न भरने वाली पैसों की भूख और बेपरवाह खिलाड़ी

इंग्लैंड को भले ही क्रिकेट का जनक कहा जाता है, लेकिन एक समय इस खेल का असल किंग तो वेस्टइंडीज ही था। 1975 में जब पहली बार वनडे वर्ल्ड कप खेला गया तो विंडीज चैंपियन बना। इसके बाद 1979 में दूसरा सीजन भी इसी टीम के नाम रहा। 1983 में यह टीम लगातार तीसरे सीजन के फाइनल में पहुंची थी हालांकि भारतीय टीम ने कपिल देव की कप्तानी में हैरान करते हुए विश्व विजेता बनी। यह आखिरी मौका था, जब विंडीज वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचा। हालांकि, इसके बावजूद विंडीज टीम को कभी कमतर नहीं आंका गया, लेकिन इस बार जो हुआ वह अधिक हैरान करने वाला और शर्मनाक है। पहली बार ऐसा होगा कि विंडीज टीम के बिना वनडे वर्ल्ड कप खेला जाएगा।

गरीब और दबे-कुचले छोटे-छोटे देशों से मिलकर बनी इस वेस्टइंडीज टीम ने क्रिकेट वर्ल्ड को कई महान खिलाड़ी दिए। विवियन रिचर्ड्स, क्लाइव लॉयड, ब्रायन लारा से लेकर क्रिस गेल तक महान बल्लेबाज, सर गैरी सोबर्स, कार्ल हूपर से लेकर ड्वेन ब्रावो, कार्लोस ब्रैथवेट, कायरन पोलार्ड, आंद्रे रसेल जैसे धाकड़ ऑलराउंडर तो मैल्कम मार्शल, कार्टनी वाल्स, जोएल गार्नर, माइकल होल्डिंग, कर्टली एम्ब्रोस, एंडी रॉबर्ट्स जैसे खूंखार गेंदबाज।

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