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समुद्र किनारे में अब ऑयल एक्सप्लोरेशन के लिए भी ड्रिलिंग पर रोक

नयी दिल्ली: पर्यावरण के लिहाज से बेहद संवेदनशील कोस्टल रेगुलेशन जोन में छेड़-छाड़ पर सरकार सख्त हो गई है। सरकार ने कहा है कि बिना पूर्व मंजूरी के वहां तेल एवं प्राकृतिक गैस की खोज लिए खुदाई नहीं होगी। इस बारे में केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन भी निकाल दिया है।

क्या है नोटिफिकेशन में
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी एक अधिसूचना में कहा गया है सीआरजेड क्षेत्र में बिना मंजूरी के ऑयल और गैस के एक्सप्लोरेशन के लिए भी ड्रिलिंग नहीं होगी। हालांकि, समुद्र किनारे रहने वाले पारंपरिक तटीय समुदायों को कुछ छूट है। वे बिना मशीनों का उपयोग किए अंतर्ज्वारीय क्षेत्रों में भी रेत हटा कर टेंपरेरी और सीजनल स्ट्रक्चर बना सकते हैं। यह काम मानसून वाले मौसम में नहीं होगा। मतलब कि सामान्य मौसम में वे अपने रहने के लिए समुद्र किनारे भी झोपड़ी बना सकते हैं।

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