तकरार के बीच हंसते-खिलखिलाते पीएम मोदी और CJI की यह तस्वीर
नई दिल्ली: संविधान दिवस पर सुप्रीम कोर्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भारत के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की यह तस्वीर पूरी नहीं है। इसके पीछे कई चीजें छुपी हुई हैं। कानून मंत्री किरेन रिजीजू ( के बयान से इसे समझा जा सकता है। संविधान दिवस की पूर्व संध्या पर उन्होंने कहा था कि कार्यपालिका और न्यायपालिका भाइयों की तरह हैं। आपस में लड़ना-झगड़ना ठीक नहीं है। कॉलेजियम सिस्टम की आलोचना के बीच रिजीजू ने यह बात कही थी। इसके उलट सीजेआई चंद्रचूड़ बोले थे कि लोकतंत्र में कोई भी संस्था परफेक्ट नहीं है। इसका समाधान मौजूदा व्यवस्था के भीतर काम करना है। यह तस्वीर भले ‘ऑल इज वेल’ को दिखा रही है। लेकिन, सब ‘चंगा सी’ नहीं है। हाल में जजों की नियुक्ति के लिए कॉलेजियम सिस्टम को लेकर कार्यपालिका और न्यायपालिका में टकराव बढ़ा है। कानून मंत्री इसके पारदर्शी नहीं होने की बात चुके हैं। उन्होंने ‘टाइम्स नाउ समिट 2022’ में न्यायपालिका में नियुक्तियों को लेकर ट्रांसपेरेंसी की मांग की थी। रिजीजू ने दो-टूक शब्दों में यह भी कह दिया था कि सरकार जजों की नियुक्ति के लिए कॉलेजियम सिस्टम का सम्मान करती है। लेकिन, यह उम्मीद करना सही नहीं है कि सरकार बिना सोच-समझे कॉलेजियम की सिफारिश पर हस्ताक्षर कर देगी। इसे कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच तकरार के तौर पर देखा जा रहा है।