दार्जिलिंग चाय के नाम बिक रही विदेशी चाय, किसान परेशान
नई दिल्ली: दार्जिलिंग चाय के नाम पर भारत में धड़ल्ले से नेपाली चाय बेची जा रही है। घरेलू बाजार में नेपाली चाय का दबदबा बढ़ने से दार्जिलिंग टी की बिक्री पर लगातार असर पड़ रहा है। इसके चलते दार्जिलिंग टी के खरीदार लगातार कम हो रहे हैं। इससे कारोबारी तो मालामाल हो रहे हैं, लेकिन चाय उत्पादक परेशान हैं। दार्जिलिंग चाय उत्पादकों ने सरकार से नेपाल से उत्पन्न होने वाली चाय पर डंपिंग रोधी शुल्क लगाने का आग्रह किया है। चाय उत्पादकों का आरोप है कि व्यापारी नेपाल की सस्ती किस्म की चाय को असली दार्जिलिंग चाय के रूप में बेच रहे हैं, जिससे उनके बिजनेस पर असर पड़ रहा है। मुनाफा लगातार कम होता जा रहा है।
दार्जिलिंग के चाय बागानों को हो रहा नुकसान
दार्जिलिंग चाय के बागान मालिकों का आरोप है कि कई चाय आयातक नेपाली चाय को काफी कम कीमतों पर दार्जिलिंग चाय के रूप में दे रहे हैं, जिससे पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में चाय बागानों को भारी नुकसान हुआ है। कुछ कथित तौर पर दो चाय के मिश्रण को विश्व प्रसिद्ध दार्जिलिंग किस्म के रूप में बेच रहे हैं। दार्जिलिंग चाय भारत का भौगोलिक संकेत-चिह्नित उत्पाद है। यह भी आरोप है कि कुछ स्थानीय व्यापारी नेपाल की चाय को दार्जिलिंग चाय के रूप में निर्यात कर रहे हैं, जिससे प्रीमियम की कीमतों में गिरावट आई है।