हेमंत सोरेन की विधायकी जाना तय, फैसला आज
चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की है। चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित करने का फैसला राज्यपाल रमेश बैस पर छोड़ा गया है। बताया जा रहा है कि राज्यपाल रमेश ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से इस मामले में राय ली है। संभवत: राज्यपाल इस पर आज फैसला ले लेंगे। इससे झारखंड सरकार संकट में आ गई है। इधर महागठबंधन की बैठक के बाद CM रांची से 150KM दूर नेतरहाट के लिए निकल गए हैं।
सियासी संकट के बीच सीएम हाउस में महागठबंधन विधायक दल की बैठक हुई। इसमें जेएमएम, कांग्रेस और राजद के विधायक शामिल हुए। डेढ़ घंटे तक सीएम के साथ आगे की रणनीति पर चर्चा हुई। इसके बाद सभी विधायक अपने-अपने घर निकल गए।
मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि राजभवन से निर्देश आने के बाद निर्णय लिया जाएगा। कांग्रेस का कोई विधायक कही नहीं जा रहा है। शाम 7 बजे महागठबंधन के नेताओं की फिर मीटिंग होगी।
भाजपा ने हेमंत सोरेन पर मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए रांची के अनगड़ा में 88 डिसमिल पत्थर माइनिंग लीज लेने का आरोप लगाया गया था। इसके बाद राज्यपाल ने चुनाव आयोग से इस मामले में राय मांगी थी। गुरुवार को विशेष दूत ने नई दिल्ली से रांची आकर सीलबंद लिफाफे में चुनाव आयोग की राय राजभवन को सौंप दी है। झामुमो सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कुर्सी गई तो उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।