पहले निजी कोच की जिद, फिर ओपनिंग सेरेमनी में बवाल
टोक्यो ओलिंपिक में लवलीना बोरगोहेन ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वह एकमात्र बॉक्सर थीं, जिन्हें मेडल मिला था। कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले लवलीन से सिर्फ मेडल ही नहीं गोल्ड मेडल की उम्मीद थी। लेकिन वह मेडल भी नहीं जीत सकी। महिलाओं के 70 किग्रा कैटेगरी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में लवलीना को वेल्स की रोसी एसेल्स ने 3-2 से हरा दिया। यह इस गेम्स के सबसे बड़े उलटफेर में एक माना जा रहा है।
डिफेंसिव होने के कारण हारीं
क्वार्टर फाइनल मुकाबले के पहले दो राउंड के बाद लवलीना के पास बढ़त थी। इसके बाद वेल्स की बॉक्सर ने वापसी करते हुए मैच जीतकर मेडल पक्का कर लिया। शुरुआत में बढ़त लेने के बाद लवलीना डिफेंसिव हो गईं। यह वजह रही कि उन्हें हार का सामना करना पड़ा। उनके स्तर के बॉक्सर से उम्मीद की जाती है कि मैच में बढ़त को और मजबूत करें लेकिन लवलीना नहीं ऐसा नहीं किया।