ऑनलाइन सट्टे के चलते हुई रंजीत सिंह की हत्या
भिलाई में रंजीत सिंह हत्याकांड के मामले में छावनी पुलिस ने मुख्य आरोपी और BJYM से निष्कासित जिला महामंत्री लोकेश पाण्डेय को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बुधवार को उसे न्यायालय में पेश किया। हत्यारोपी लोकेश पाण्डेय ने गिरफ्तारी के बाद चौंकाने वाला खुलासा किया है। उसने कहा कि यह हत्या ऑनलाइन सट्टा के लेन-देन को लेकर की गई है। पुलिस का कहना है कि हर एंगल से जांच कर रही है,उन लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज करेगी, जिन्होंंने हत्या के बाद आरोपियों के भागने में मदद की है। इस मारपीट का सीसीटवी फुटेज भी सामने आया है। वीडियो में कुछ लोग रंजीत के साथ मारपीट करते दिख रहे हैं।
एएसपी सिटी संजय ध्रुव ने बताया कि हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद लोकेश पाण्डेय फरार हो गया गया था। इसके बाद वह छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, विशाखाट्टनम और विजय नगरम सहित अन्य ठिकानों में छिपता रहा। पुलिस लोकेश को पकड़ न सके इसके लिए उसने मोबाइल, ATM, लैपटॉप जैसी जितनी भी अधुनिक टेक्नोलॉजी से जुड़ी सुविधाएं हैं उनका उपयोग नहीं कर रहा था। 21 जून को लोकेश ने विशाखाट्टनम स्ठित होटल यामिनी में कमरा लिया। चेकइन करने के लिए उसने आईडी के रूप में अपना आधार नंबर दिया। जैसे ही होटल वाले आधार ऑनलाइन लिंक किया पुलिस को लोकेश का लोकेशन मिल गया।
इसके बाद तुरंत एक टीम वहां के लिए रवाना हुई और लोकेश को गिरफ्तार कर दुर्ग लाई। लोकेश पाण्डेय ने प्रेस वार्ता के दौरान मीडिया को बताया कि उसके साथ ही महादेव नाम का ऑनलाइन सट्टा चलाते थे। उसी के लेनदेन को लेकर रंजीत से उनका विवाद हुआ था। पुलिस का कहना है कि ऑनलाइन सट्टे से लोकेश पाण्डेय के भी तार जुड़े हुए हैं। पुलिस को अभी भी आरोपी निखिल एंजल उर्फ चीकू की तलाश है। वह पुलिस को चकमा देकर इधर ठिकाने बदल-बदल रहा है। पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लेगी।