‘दूसरों के मामलों में टांग न अड़ाएं’, क्वॉड सम्मेलन से पहले चीन की जापान को धमकी

दुनियाभर में विचारों का टकराव बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते विभिन्न देशों के बीच नई-नई साझेदारियां कायम होती देखी जा रही हैं। इन साझेदारियों के बनने से एक नई वैश्विक व्यवस्था के आकार लेने की संभावना बढ़ती जा रही है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी इस सप्ताह होने वाले ‘क्वॉड’ सम्मेलन (Quad Summit 2022) से पहले इसी तरह के टकराव भरे मूड में दिख रहे हैं। उन्होंने सम्मेलन के मेजबान जापान से कहा है कि वह दूसरों के मामलों में टांग न अड़ाएं।

वांग यी की इस टिप्पणी के जरिये उन देशों की बीच कायम होते गठबंधनों और सुरक्षा साझेदारियों से चीन के सामने पेश खतरों के भांपा जा सकता है, जिन्हें वह प्रभावित करना चाहता है। यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से न केवल अमेरिका-यूरोपियन यूनियन सुरक्षा सहयोग को मजबूती मिली है। बल्कि इससे जापान, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया ने भी सहयोग के लिए हाथ बढ़ाया है।
ऐसा ही एक गठबंधन है ‘क्वॉड’, जिसको लेकर चीन चिंतित है। ‘क्वॉड’ में अमेरिका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। इस गठबंधन का मुख्य मकसद हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपने हितों की सुरक्षा बताया जाता है। हालांकि, चीन का मानना है कि इस गठबंधन का मकसद उसे घेरना है। ठीक ऐसा ही एक गठबंधन ‘ऑकस’ है। इस गठबंधन में ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं। इस गठबंधन को लेकर भी चीन का यही मानना है। ‘क्वॉड’ और ‘ऑकस’ किसी न किसी तरह एक दूसरे के जुड़े हुए है

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