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रूस की ‘तीसरे वर्ल्ड वॉर’ की धमकी से नहीं डरा जर्मनी

रूस और यूक्रेन युद्ध को अब दो महीने से अधिक समय हो गया है। इस जंग में एक तरफ पुतिन की सेना और बड़ी सेना में भाड़े के सैनिक हैं तो दूसरी तरफ यूक्रेन सेना है जिसके हाथों में पश्चिम के दिए हुए हथियार हैं। रूस ने यूक्रेन को हथियार मुहैया कराने के लिए ‘तीसरे विश्व युद्ध’ की धमकी दी है। लेकिन जर्मनी ने इन धमकियों से डरने के बजाय घोषणा की है कि वह यूक्रेन को एंटी-एयरक्राफ्ट टैंक मुहैया कराएगा। मंगलवार को जर्मनी के रक्षा मंत्रालय ने इसकी घोषणा की।

सीएनएन की खबर के अनुसार जर्मनी के रक्षा मंत्री क्रिस्टीन लैंब्रेच ने मंगलवार को जर्मनी में रैमस्टीन यूएस एयर फ़ोर्स बेस पर अंतरराष्ट्रीय रक्षा अधिकारियों की एक बैठक के दौरान यूक्रेन को गेपर्ड एंटी-एयरक्राफ्ट सिस्टम देने की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘हम कल फैसला किया कि हम एंटी-एयरक्राफ्ट सिस्टम के साथ यूक्रेन का समर्थन करेंगे। यूक्रेन को इस वक्त जमीन से हवाई क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए इसकी जरूरत है।’
2010 से एक्टिव ड्यूटी में नहीं है गेपर्ड सिस्टम
रूस के हमले के बाद यह पहली बार है जर्मनी इस तरह के भारी हथियार यूक्रेन को देने पर सहमत हुआ है। 2010 में जर्मनी ने गेपर्ड सिस्टम को एक्टिव ड्यूटी से हटा दिया था। शुरुआत में जर्मनी कीव को हथियार मुहैया कराने का विरोध करते हुए सिर्फ मानवीय सहायता और मेडिकल उपकरण देने पर सहमत हुआ था। जर्मनी की दशकों पुरानी नीति के तहत वह संकट क्षेत्र में घातक हथियारों की आपूर्ति नहीं करता है। जर्मनी रक्षा मंत्री की हालिया घोषणा बेहद अहम है क्योंकि रूस ने दुनिया को तीसरे विश्व युद्ध की धमकी दी है।

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