चावल और टेक्सटाइल पर लगने वाले टैरिफ हटा सकता है यूके
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन दो दिवसीय दौरे पर भारत आए और पीएम मोदी से मिलकर कई बड़े फैसले किए। दोनों के बीच कई डील हुईं, जिससे देश के विकास में मदद मिलेगी। आज दोनों देशों के पीएम ने एक साझा बयान जारी किया, जिसमें बताया कि दोनों देशों के बीच क्या-क्या डील हुई हैं। इसके तहत एक बड़ा फैसला ये हुआ है कि भारत से यूके को चावल का जो निर्यात होता है, उस पर से यूके सरकार टैरिफ हटा सकती है। बता दें कि दोनों देशों की बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट इसी दिवाली तक फाइनल हो जाएगा।
किसानों और निर्यातकों दोनों को होगा फायदा
अगर यूके सरकार ने चावल पर लगने वाला टैरिफ हटाया तो इससे भारत से यूके होने वाला चावल का निर्यात बढ़ेगा, जिससे किसानों और निर्यातकों दोनों को ही फायदा होगा। यह भी कहा गया है कि टेक्सटाइल से भी टैरिफ हटाया जा सकता है। यानी भारत से यूके को होने वाला टेक्सटाइल निर्यात भी बढ़ेगा, जिससे किसानों को फायदा होगा।
अभी कितना होता है निर्यात?
ट्रेड प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मोहित सिंगला के अनुसार मौजूदा समय में यूके पूरी दुनिया से करीब 1.90 लाख टन चावल का आयात करता है। इसमें से करीब 60 टन चावल भारत से यूके जाता है। मौजूदा समय में भारत से यूके जाने वाले चावल पर 16.5 फीसदी की ड्यूटी लगती है, लेकिन अगर दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट फाइनल हो जाएगा तो यह ड्यूटी कम हो सकती है या फिर खत्म भी हो सकती है। ऐसे में भारत से यूके को चावल का निर्यात भी बढ़ने की उम्मीद है।