2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी रीजनल पार्टियां
एक तरफ भाजपा देश में अपना जनाधार बढ़ा रही है तो वहीं, कांग्रेस की जर्जर हालत की वजह से रीजनल पार्टियां एकजुट हो रही है। रीजनल के नेतृत्व वाले 10 सियासी दल नई सियासी बिसात बिछा रहे हैं। पर्दे के पीछे चल रही प्रयास अब दिल्ली तक पहुंच गई है।
इस संभावित फ्रंट की रणनीति के चार प्रमुख किरदार हैं- प. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन। इनकी अगुवाई में 10 राज्यों के गैर-भाजपा और गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों का समागम बुलाने की तैयारी चल रही हैं।
30 मार्च को दिल्ली पहुंच रहे चंद्रशेखर राव
इस मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव 30 मार्च को दिल्ली पहुंच रहे हैं। राव का इस महीने में दूसरा दौरा है। 1 मार्च को वे दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिले थे। वहीं, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, आंध्र प्रदेश के सीएम जगनमोहन रेड्डी और तमिलनाडु के सीएम स्टालिन के बीच भी मुलाकातों का दौर चला।
सूत्र बता रहे हैं कि आने वाले कुछ सप्ताह में 10 मुख्यमंत्रियों का यह संभावित फ्रंट दिल्ली या मुंबई में एक साथ जुटेगा। मुख्यमंत्रियों के स्तर पर आपसी तालमेल के प्रयासों को हाल के विधानसभा चुनावों के नतीजों से बल मिला है, जिसमें भाजपा अजेय बनकर उभरी और कांग्रेस पंजाब के रूप में एक अहम राज्य गंवा बैठी है।