नवाब की गिरफ्तारी पर घमासान:मलिक को बर्खास्त नहीं करेगी उद्धव सरकार
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है। ED ने बुधवार को कोर्ट में कहा, हसीना दाऊद का बिजनेस संभालती थी। पावर ऑफ अटॉर्नी के आधार पर हसीना ने प्रॉपर्टी के राइट्स 55 लाख रुपए में मलिक को बेच दिए, जबकि उसकी मार्केट वैल्यू 3.3 करोड़ थी। विशेष कोर्ट में ED ने मलिक पर टेरर फंडिंग का भी आरोप लगाया है।
दूसरी तरफ मलिक के वकील ने कहा, पावर ऑफ अटॉर्नी 23 साल और जमीन खरीद 19 साल पहले हुई है। तब मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट नहीं था। क्रिमिनल मामलों में पुरानी तारीख से कानून लागू नहीं हो सकता।
6 घंटे पूछताछ के बाद गिरफ्तारी
ED टीम बुधवार सुबह छह बजे उनके घर पहुंची। पूछताछ के बाद आठ बजे उन्हें ED कार्यालय ले जाया गया। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में 6 घंटे पूछताछ के बाद गिरफ्तारी हुई। विशेष कोर्ट ने 62 वर्षीय मलिक को 3 मार्च तक ED रिमांड पर भेजा है।
पूर्व CM देवेंद्र फडणवीस ने 4 महीने पहले मलिक पर इसी मामले का आरोप लगाया था। इस बीच, भाजपा ने मलिक का इस्तीफा मांगा, जबकि NCP-शिवसेना ने इनकार किया है। मालूम हो, ड्रग्स मामले में तत्कालीन NCB अफसर समीर वानखेड़े की कार्रवाई के बाद नवाब मलिक ने मुखरता से विरोध किया था।