अमेरिका ने जर्मनी में तैनात किए रिजर्व रखे गए F-35 लड़ाकू विमान
अमेरिका ने यूरोप में युद्ध की आशंका (War in Europe) को देखते हुए जर्मनी में एफ-35 लड़ाकू विमानों (Lockheed Martin F-35 Lightning II) को तैनात कर दिया है। ये विमान अमेरिकी वायु सेना (US Air Force Planes) के रिजर्व कमांड का हिस्सा हैं। इन लड़ाकू विमानों को यूरोप में नाटो की हवाई ताकत को मजबूत करने के लिए तैनात किया गया है। एफ-35 (F-35 Fighter Jet) दुनिया का सबसे उन्नत और शक्तिशाली लड़ाकू विमान (World Most Powerful Fighter Jet) है। इसक लड़ाकू विमान का स्टील्थ फीचर और वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग की क्षमता दूसरों से अलग बनाती है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी कहा है कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का डर अब भी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि यूक्रेनी सीमा से अब भी रूसी सैनिकों के वापसी के संकेत नहीं मिले हैं।
अमेरिकी वायु सेना तैनाती की पुष्टि की
अमेरिकी वायु सेना रिजर्व कमांड ने घोषणा की है कि उन्होंने सोमवार को जर्मनी में बड़ी संख्या में एफ-35 लड़ाकू विमानों को तैनात किया है। बयान में यह भी कहा गया है कि एफ-35 लड़ाकू विमानों को एक्टिव ड्यूटी-338वें और रिजर्व 419वें फाइटर विंग से पायलटों, मेंटीनेंस एंड सपोर्ट पर्सनल्स के साथ स्पैंगडाहलेम एयर बेस में भेजा गया था। अमेरिकी वायु सेना ने यह भी बताया कि एफ-35 अमेरिका का सबसे उन्नत लड़ाकू विमान है। ये दुश्मन की आक्रामकता को रोकने और मित्र राष्ट्रों की रक्षा के लिए विभिन्न प्रकार के मिशनों को विफल करने में सक्षम हैं।