पेंटागन ने 8500 सैनिकों को रखा हाई-अलर्ट पर
रूस और यूक्रेन के बीच जंग के बादल मंडरा रहे हैं। हर दिन दोनों पक्षों की ओर से सैन्य तैयारियों की खबरें आती हैं। पूर्वी यूरोप के इस झगड़े में पश्चिमी देश अमेरिका बड़ी भूमिका निभा रहा है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने कहा है कि अगर यूरोप में सुरक्षा की स्थिति और ज्यादा बिगड़ती है तो नाटो अपनी रिस्पॉन्स टीम को सक्रिय करेगा जिसके लिए अमेरिका में करीब 8,500 अमेरिकी सैनिकों को अलर्ट पर रखा गया है।
इस बीच यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बोरेल ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ बातचीत के बाद यूक्रेन संकट पर पश्चिमी आशंकाओं को शांत करने की मांग की है। बोरेल ने सोमवार को कहा कि हमें खतरनाक प्रतिक्रियाओं से बचना चाहिए। यूक्रेन के पास रूस के सैन्य निर्माण से तनाव बढ़ने के बाद नाटो बलों को स्टैंडबाय पर रखा गया है और पूर्वी यूरोप की रक्षा को मजबूत करने के लिए जहाजों और लड़ाकू जेट विमानों को भेजा गया है।
सैनिकों की तैनाती के आदेश नहीं
पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने सोमवार को एक न्यूज ब्रीफिंग के दौरान कहा कि रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने यूक्रेन की रक्षा के लिए नाटो बलों की सहायता के लिए 8500 सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा है। उन्होंने कहा कि फिलहाल तैनाती के कोई आदेश नहीं दिए गए हैं। नाटो ने बयान जारी कर बताया है कि उसने सहयोगी देशों की सेनाओं को अलर्ट पर रखा है। नाटो ने चेतावनी दी है कि अगर रूस ने यूक्रेन की सीमा पर सैन्य तनाव को जारी रखा तो उसकी घेराबंदी को और मजबूत किया जाएगा।