दिल्ली रोहिणी कोर्ट ब्लास्ट : आतंकी नहीं, पड़ोसी के मर्डर की थी साजिश
नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस ने इस महीने रोहिणी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में कम तीव्रता के हुए ब्लास्ट मामले में डीआरडीओ के एक वैज्ञानिक को गिरफ्तार किया है। शुरुआत में ब्लास्ट को आतंकी साजिश माना जा रहा था लेकिन पुलिस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी वैसे-वैसे इससे पर्दा उठने लगा। ब्लास्ट एक रक्षा वैज्ञानिक की साजिश का नतीजा था जो अपने पड़ोसी को खत्म करना चाहता था।
इसी महीने 9 दिसंबर को दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में कोर्टरूम नंबर 102 के भीतर ब्लास्ट हुआ था जिसमें एक शख्स जख्मी हुआ था। आरोपी की पहचान 47 साल के भारत भूषण कटारिया के तौर पर हुई है। सूत्रों ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि आरोपी भारत भूषण कटारिया डिफेंस रिसर्च ऐंड डिवेलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) में सीनियर साइंटिस्ट है। उसे शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया।
2 बैग के साथ कोर्टरूम में घुसा था आरोपी, एक घंटे बाद एक बैग छोड़ निकला
कटारिया ने ही कोर्टरूम में टिफिन के अंदर विस्फोटक रखे थे। उसका मकसद अपने एक पड़ोसी को जान से मारने का था जो उसी कोर्ट में वकालत करता है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना के मुताबिक, घटना वाले दिन आरोपी 2 बैग के साथ सुबह 9 बजकर 33 मिनट पर कोर्टरूम में दाखिल हुआ। तकरीबन एक घंटे बाद 10 बजकर 35 मिनट पर वह एक बैग कोर्ट रूम में ही छोड़कर बाहर निकल गया।
रिमोट कंट्रोल से ब्लास्ट, वकील के भेष में कोर्ट में पहुंचा था आरोपी
रोहिणी कोर्ट में रिमोट से ही किया गया था ब्लास्ट। इस मामले में नवभारत टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में पहले ही इस बात के संकेत दिए थे कि ब्लास्ट को रिमोट कंट्रोल से अंजाम दिया गया। आरोपी वकील के भेष में कोर्ट के अंदर पहुचा था। आरोपी पेशे से वकीलअपने पड़ोसी की कोर्टरूम में ब्लास्ट के जरिए हत्या करने की साजिश रची थी ताकि किसी को भी उस पर शक न हो।