चार संशोधन विधेयकों को मंजूरी और समय से दो दिन पहले खत्म
रायपुर
छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र बुधवार को खत्म हो गया। शीतकालीन सत्र 13 दिसंबर को शुरू हुआ था और इसे 17 दिसंबर तक चलना था, लेकिन इसे तीसरे दिन ही अनिश्चित काल के लिए समाप्त कर दिया गया। सत्र के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच लगातार भिड़ंत देखने को मिली। सदन में पूर्व सीएम रमन सिंह और अन्य बीजेपी विधायकों के निलंबन का मुद्दा छाया रहा, वहीं चार संशोधन विधेयकों को सदन की मंजूरी मिली। सत्र के दौरान 2018 का अनुपूरक बजट भी पारित किया गया।
बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान 10 बीजेपी विधायकों को एक बार फिर निलंबित किया गया। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री रमण सिंह भी शामिल थे। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के एक बयान से नाराज बीजेपी विधायक वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। स्पीकर के मना करने पर भी जब वे नहीं माने तो निलंबित कर दिया गया। हालांकि, करीब पांच मिनट बाद ही निलंबन वापस ले लिया गया और मंत्री ने भी अपने बयान पर खेद जताया।
इसके बाद शून्यकाल में रेडी टू ईट खाद्य पदार्थों का काम महिला स्व-सहायता समूहों से लेकर कृषि और बीज विकास निगम को देने के सरकार के फैसले पर फिर हंगामा हो गया। बीजेपी ने स्थगन प्रस्ताव लाकर इस पर चर्चा की मांग की। सरकार इस पर चर्चा के लिए तैयार हुई लेकिन हंगामा जारी रहने के चलते कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।