मछाल, कुपवाड़ा और बारामूला में कड़ाके की सर्दी के बीच कैंडल मार्च निकाले गए
तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर क्रैश में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत के असमय निधन से पूरा देश शोकाकुल है। उनके निधन का दुख तमिलनाडु ही नहीं देश की राजधानी दिल्ली से भी हजार किलोमीटर दूर पाकिस्तान सीमा से सटी लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पर भी महसूस किया गया। जो LOC रात-दिन पड़ोसी देश की हरकतों के कारण गोलियों और मोर्टार के शोर से गूंजती रहती है, गुरुवार को उसी LOC पर कुपवाड़ा, मछाल, बारामुला, लगभग सभी जगह जनरल रावत के निधन के लिए दुख के बोल सुनाई दिए।
दुख भरी ये आवाजें उन लोगों की थी, जिनके लिए देश का CDS नहीं बल्कि उनका एक पुराना दोस्त इस दुनिया से चला गया। इन लोगों ने गुरुवार को खून को भी जमा देने वाले माइनस टेंपरेचर के बावजूद सड़कों पर जगह-जगह कैंडल मार्च निकालकर, शोक सभाओं के लिए जमा होकर और और जनरल रावत की तस्वीरों के आगे मोमबत्तियां जलाकर उनके निधन पर शोक जताया।