आतंकियों का निशाना थे कश्मीरी पंडित संदीप
जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडित लगातार आतंकियों के निशाने पर हैं। दो दिन पहले पुराने श्रीनगर में हुए हमले में आतंकियों के निशाने पर ड्राई फ्रूट शॉप चलाने वाले कश्मीरी पंडित डॉ. संदीप मावा थे, लेकिन अंधेरे के चलते सेल्समैन इब्राहिम खान मारा गया। मावा ने बताया, ‘मैं सोमवार को दुकान पर था। दोपहर तीन बजे पुलिस का फोन आया और बताया कि आपकी जान को खतरे का इनपुट मिला है।
मैं तत्काल घर के लिए निकल गया। सेल्समैन से कहा कि शाम को गाड़ी घर पहुंचा देना। शाम को पता चला कि इब्राहिम मारा गया। मुझे उसकी मौत का हमेशा पछतावा रहेगा। काश…आतंकी मुझे मार डालते।’मावा उन चुनिंदा कश्मीरी पंडितों में से एक हैं, जिन्हें पुलिस ने सुरक्षा दी है। मावा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के खात्मे के बाद कश्मीर लौटे हैं। 1990 के दशक में उनके पिता पर हमला हुआ था, लेकिन वे बचे गए थे।
मावा ने कहा कि ऐसे हमलों से डरकर वे कश्मीर नहीं छोड़ेंगे। चश्मदीदों ने बताया, इब्राहिम जैसे ही गाड़ी में बैठा, फायरिंग शुरू हो गई। इब्राहिम के भाई फैयाज अहमद ने बताया, इब्राहिम अपने पीछे पत्नी, 19 वर्षीय बेटे और 16 साल की बेटी को छोड़ गए हैं। हमले की जिम्मेदारी मुस्लिम जनबाज फोर्स नामक आतंकी संगठन ने ली है।