IMF के चीफ इकनॉमिस्ट का पद छोड़ रही हैं गीता गोपीनाथ

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की चीफ इकनॉमिस्ट गीता गोपीनाथ (Gita Gopinath) जनवरी में अपना पद छोड़ने जा रही हैं। भारतीय मूल की अमेरिकी अर्थशास्त्री गीता जनवरी 2019 में आईएमएफ से जुड़ी थीं। इसके बाद वह फिर से प्रतिष्ठित हार्वर्ड यूनिवर्सिटी (Harvard University) में लौट रही हैं। आईएमएफ ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी।

49 साल की गीता आईएमएफ से जुड़ने से पहले हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में John Zwaanstra Professor of International Studies and Economics थीं। हार्वर्ड ने गोपीनाथ की अनुपस्थिति की छुट्टी को एक साल के लिए बढ़ा दिया था, जिससे उन्हें तीन साल के लिए आईएमएफ में सेवा करने की अनुमति मिली। मैसूर में जन्मी गीता आईएमएफ की पहली महिला चीफ इकनॉमिस्ट हैं।

आईएमएफ ने क्या कहा
आईएमएफ की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टालिना जॉर्जीवा (Kristalina Georgieva) ने कहा कि गीता के उत्तराधिकारी की खोज जल्दी शुरू की जाएगी। गीता आईएमएफ के अनुसंधान विभाग की प्रमुख हैं, जो अपने जीडीपी के विकास के पूर्वानुमानों के साथ त्रैमासिक विश्व आर्थिक आउटलुक रिपोर्ट तैयार करता है। गीता ने कोरोना काल में सराहनीय काम किया था। जॉर्जीवा ने एक बयान में कहा कि गीता का योगदान वास्तव में उल्लेखनीय है। इंटरनैशनल फाइनेंस और मैक्रोइकनॉमिक्स में उनकी गहरी समझ का हमें काफी फायदा मिला।

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