नैनीताल में फटा बादल, मलबे में कई दबे, उत्तराखंड में ‘जल प्रलय’
उत्तराखंड में लगातार तीसरे दिन कुदरत का कहर जारी है। नैनीताल में बादल फटने से कई लोग मलबे में दबे हैं। चारधाम यात्रा पर भी रोक लगा दी गई है। भूस्खलन के चलते 5 लोगों की मौत हो गई। भारी बारिश के कारण लोगों का जीना मुहाल हो गया है। नदी नाले उफान पर हैं। नैनीताल समेत कई पर्यटन क्षेत्रों में टूरिस्ट फंसे हुए हैं। यहां झील का पानी माल रोड के ऊपर बह रहा है। इस बीच मौसम विभाग ने उत्तराखंड में अगले 48 घंटे का अलर्ट जारी किया है। यानी बारिश से अभी वहां राहत नहीं मिलने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम पुष्कर सिंह धामी और मंत्री अजय भट्ट से बात की और राज्य में भारी बारिश के कारण पैदा हुए हालात का जायजा लिया।
नैनीताल जिले के रामगढ़ स्थित गांव में बादल फटने की खबर है। यहां मलबे के अंदर कई लोग दबे हैं। पुलिस और प्रशासन की टीम घटनास्थल पर रवाना। एसएसपी प्रीति प्रियदर्शनी ने बताया कि कुछ घायलों को रेस्क्यू किया गया है हालांकि अभी वास्तविक संख्या सामने नहीं आई है।
लगातार बारिश से नैनीताल को दूसरे राज्यों से जोड़ने वाले हल्द्वानी, कालाढुंगी और भवाली रोड जगह-जगह भूस्खलन होने से बंद हो गए हैं। नैनीताल में डीएम आवास भी भूस्खलन की चपेट में आ गया है। ज्यादातर नाले पानी से चोक हो गए हैं। नैनी झील का पानी तल्लीताल में मॉल रोड और डॉठ सड़क पर आ गया है। जिससे लोवर मॉल रोड पर जल भराव हो गया है।