मोदी-शाह की चले तो वो संसद को बंद कर दें
नई दिल्ली
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम को लगता है कि प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को संसदीय परंपराओं की फिक्र नहीं है और वो दोनों संसद का सम्मान भी उस हद तक नहीं करते। उन्होंने एक और गंभीर आरोप लगाया कि लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति भी तटस्थ नहीं हैं और वो सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच भेदभाव करते हैं।
मोदी-शाह के साथ बिरला और वेंकैया को भी लपेट गए चिदंबरम
चिदंबरम ने एक इंटरव्यू के दौरान मॉनसून सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की अनुपस्थिति को लेकर सवाल किया। उन्होंने कि बीजेपी सरकार को संसद के प्रति बहुत कम सम्मान है और अगर प्रधानमंत्री मोदी एवं अमित शाह की चले तो वो संसद को बंद कर देंगे। उन्होंने यह भी कहा दोनों सदनों के आसन को जितना तटस्थ होना चाहिए, उतने वो नहीं हैं। ओम बिरला लोकसभा के अध्यक्ष जबकि एम. वेंकैया नायडू राज्यसभा के सभापति हैं।
‘राज्यसभा में हंगामे के लिए सरकार जिम्मेदार’
दिग्गज कांग्रेसी नेता ने ये आरोप मॉनसून सत्र के आखिरी दिन राज्यसभा में हुई कुछ ‘शर्मनाक हरकतों’ के मद्देनजर लगाया है। उन्होंने 11 अगस्त को संसद के उच्च सदन राज्यसभा में विपक्षी सांसदों के अमर्यादित आचरण के लिए भी सरकार को ही जिम्मेदार ठहरा दिया। चिदंबरम ने कहा कि उस दिन राज्यसभा में हंगामा शुरू हुआ क्योंकि सरकार अपने कहे से पीछे हट गई और विधेयकों को चुपके से पारित कराने का प्रयास किया।